Saturday, February 27, 2010

गुर्दे वाले नेता जी का साक्षात्कार

होली है.............होली है..........होली है..........................................................................................................
हाल ही में इन नेता जी को कभी अपनी उनकी रही पार्टी ने निष्कासित कर दिया है। फिलहाल काई ठौर ठिकाना नहीं मिला। अब वे जल्द ही अपनी एक नई पार्टी बनाने की सोंच रहे हैं। होली के मौके पर उनसे एक पत्रकार महोदय ने उनकी पर्सनल लाईफ और उनके इंटरेस्ट पर बातचीत की। बुरा न मानो होली है....
स्त्री और इस्त्री में क्या फर्क है ?
एक को छूने से करंट लगता है और दूसरी को देखने से ही।
शादी लड्डू ही क्यों है , पेड़ा क्यों नहीं है ?
अरे मैडम , दोनों के साइज पर भी ध्यान दीजिए। पेड़ा चपटा होता है , जबकि लड्डू गोल। शादी के बाद आदमी को गोल गोल ही तो घूमना पड़ता है।
राम सीता है , तो राम कौन है ?
मैडम , आप ये भी नहीं जानतीं कि राम टेलर होगा।
पत्नी और वैम्पायर में क्या अंतर है ?
चुडै़ल एक ही बार में खून चूस लेती है , लेकिन पत्नी धीरे धीरे।
अगर किसी सुपर स्टार हीरो से मिलने का मौका मिले , तो ...
सारी , लड़कों में मेरा कोई इंटरेस्ट नहीं है।
अगर कालू जादव प्रधानमंत्री बन जाएं , तो क्या होगा ?
हर फाइव स्टार होटल में सत्तू और दही चूड़ा मिलेगा। वह भी स्पेशल डिस्काउंट के साथ।
लव और अरेंज्ड मैरिज में क्या अंतर है ?
कोई नहीं। दोनों ही बाद में डी अरेंज्ड हो जाती हैं।
बस में आपके साथ लड़कियां ही हों , तो आप क्या करेंगे ?
मैं अकेला क्या कर पाऊंगा। लड़कियां जो चाहे , कर लें। मैं तो ड्राइवर को पैसे देकर गाड़ी आगे बढ़वाता रहूंगा।
कोई हाट हीरोइन आपके पड़ोस में रहने आ जाए तो ...
सबसे पहले , अपनी बीवी को मायके भेज दूंगा।
शादी के पहले और शादी के बाद में अंतर क्या है ?
शादी से पहले जानेमन और बाद में जान मत खाओ।

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