Tuesday, December 29, 2009

उतार चढ़ाव का वर्ष

बालीवुड के लिए वर्ष २००९ कोई खास नहीं रहा। पूरे वर्ष को बालीवुड के लिए उतार चढ़ाव भरा वर्ष कहा जा सकता है। वर्ष की शुरुआत में जहां सितारों को चालीस-पचास करोड़ रुपए पारिश्रमिक दिए जाने की बातें सुनाई दे रही थीं, फिल्मों की कीमत सौ करोड़ के ऊपर पहुंच गई थी, वहीं वर्ष की समाप्ति पर नजारा बदल गया। हिट फिल्मों की संख्या इस वर्ष बेहद कम रही फ्लाप फिल्में छायी रहीं। शायद इसकी वजह यह भी रही कि बड़े सितारों शाहरुख की पूरे वर्ष में मात्र एक फिल्म 'बिल्लू' और आमिर खान की 'थ्री इडियट्स' ही प्रदर्शित हुईं। अक्षय कुमार और रणवीर कपूर की फिल्मों ने बाक्स आफिस पर धमाल मचाया। पहले हाफ में तो हिट फिल्मों की संख्या नगण्य रही। दूसरे हाफ में कामयाब फिल्मों की संख्या जरूर बढ़ी। वर्ष के अंतिम माह में अक्षय कुमार की 'दे दनादन', आमिर खान की 'थ्री इडियटस' और रणवीर कपूर की 'राकेट सिंह सेल्समैन आफ द ईयर रिलीज हुई। इन्हें बेहतर रिस्पांस मिल रहा है।इस वर्ष की सबसे बड़ी कामयाबी 'स्लमडाग मिलिनेयर' रही जिसे आस्कर अवार्ड से नवाजा गया। कई श्रेणी में आस्कर जीतकर 'स्लमडाग मिलिनेयर' ने भारतवासियों को सबसे बड़ी खुशी दी। 'जय हो' गीत के लिए रहमान और गुलजार को जब इस वर्ष आस्कर अवार्ड से नवाजा गया तो पूरा देश खुशियों से झूम उठा। महान गायिका लता मंगेशकर को फ्रंास के सर्वोच्च नागरिक सममान से नवाजा गया। अभिनय जगत में ४० वर्ष पूरे करने पर मशहूर अभिनेता अमिताभ बच्चन को एशियाई फिल्म संस्कृति पुरस्कार से सम्मानित किया गया।राजेश खन्ना को आइफा में लाइफ टाइम अचीवमेंट दिया गया।'दे दनादन' और 'लव आजकल' के कलेक्शन धमाकेदार रहे लेकिन इसे इतने महंगे दामों में बेचा गया कि कई सर्किटों में वितरकों को घाटा हुआ। फिर भी हम इन्हें वर्ष की बड़ी हिट फिल्मों में मान सकते हैं। 'दे दनादन' ने अक्षय कुमार मार्केट सम्हाली उनकी अन्य फिल्में खास नहीं रहीं। इस वर्ष एक बात और देखने को मिली। बालीवुड के ज्यादातर कलाकार, निर्माता और निर्देशक हर फिल्म की रिलीज के पहले छोटे परदे की ओर लपके। फिल्म के मुख्य कलाकारों के रोमांस की खबरें भी अखबारों और चैनलों में छाई रहीं। रणवीर कपूर और कैट्रीना कैफ की जोड़ी चर्चा में रही। कहा यह भी गया कि दोनों के बीच रोमांस चल रहा है, इसलिए उनके प्रेमी खिन्न हैं। दोनों के संबंध अपने अपने प्रेमियों से खत्म हो चुके हैं। अखबार और चैनलों पर यही खबर छायी रहीं। २६/११ से छह दिन पहले रिलीज हुई 'कुर्बान' के लिए इससे बेहतर वक्त नहीं हो सकता था। इससे फिल्म को अच्छी ओपनिंग मिली। कुर्बान के प्रचार में निर्देशक रेंसिल डिसिल्वा ने आतंकवाद का जिक्र किया और अपनी फिल्म को सिर्फ प्रेम कहानी तक सीमित नहीं रखा। 'कुर्बान' आतंकवाद पर अभी तक आई फिल्मों से एक कदम आगे बढ़ती है। १३ नवंबर को रिलीज हुई २०१२ के व्यापार ने ट्रेड पंडितों को चौंका दिया। अंग्रेजी के साथ हिंदी, तमिल और तेलुगु में रिलीज इस फिल्म ने पहले हफ्ते में ही १९.१५ करोड़ का बिजनेस किया। अपने देश की बात करें तो हालीवुड की फिल्मों का कारोबार बढ़ा है। स्पाइडर मैन ३ ने भारत में १९ .१७ करोड़ के बिजनेस का रिकार्ड हासिल किया था। जेम्स बांड की 'क्वांटम आफ सोलेस' ने भी १७ करोड़ से अधिक व्यापार किया था। तीनों ही फिल्में संकेत हैं कि हालीवुड की फिल्मों के प्रति भारतीय दर्शकों का झुकाव बढ़ा है। बड़े शहरों में मल्टीप्लेक्स के दर्शक साधारण हिंदी फिल्माें के बजाय हालीवुड की फिल्में देखना पसंद करते हैं। विदेशी फिल्मों का दर्शक समूह पहले से देश में मौजूद है।इस साल नर्वादित कलाकारों में रणवीर कपूर के अलावा नील नीतिन मुकेश, इमरान खान, श्रुति हसन, जेनेलिया डिसूजा और मुग्धा गोडसे की चर्चा रही। अमिताभ बच्चन की 'पा' चर्चा में रही तो 'बिग बास' से एक बार फिर उन्होंने छोटे परदे का रुख किया। अमिताब, शाहरुख, आमिर, सलमान सहित तमाम छोटे-बड़े सितारे विज्ञापनों में भी छाये रहे। रही बात शादियों की तो आयशा टाकिया, अमृता अरोड़ा,शिल्पा शेट्टी और इशा कोप्पिकर ने घर बसाया। इस साल ने हमसे बीना राय जैसे सितारों को हमेशा के लिए जुदा कर दिया।

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